कहासुनी से बात बढ़ी
पुलिस के अनुसार, आरोपी का नाम राजकुमार है। वह अपनी 55 साल की भाभी कौशल्या और उसके 25 साल के बेटे मोहित और अपनी मां के साथ रहता था। वह कुछ करता नहीं था। इस घटना से 2 दिन पहले ही भाभी कौशल्या का भतीजा 30 साल का भतीजा पुरुषोत्तम भी अपनी बुआ के घर आया था। इसी बीच बुधवार को किसी बात को लेकर कौशल्या और राजकुमार के बीच कहासुनी हो गई। जब कहासुनी हो रही थी तो उस वक्त कौशल्या का भतीजा भी वहीं पर मौजूद था। उसने भी भाभी का पक्ष लेकर राजकुमार को सुना डाला।
पुरुषोत्तम के थप्पड़ ने किया आग में घी का काम
ताने से राजकुमार बुरी तरह तिलमिला गया। इसकी वजह यह थी कि कहासुनी के दौरान पुरुषोत्तम और राजकुमार की भाभी ने उसकी मर्दानगी को ललकार दिया था। उन्होंने कहा कि वह शारीरिक रूप से कमजोर है और वह कोई काम नहीं करता। इस पर राजकुमार को पुरुषोत्तम ने दो-तीन थप्पड़ भी जड़ दिए। इस थप्पड़ ने आग में घी का काम किया। इसके बाद बुधवार की रात करीब 2 बजे वह फावड़ा लेकर आया और उसने पुरुषोत्तम और कौशल्या का कत्ल कर दिया और कौशल्या के बेटे मोहित का भी कत्ल करने का प्रयास किया। हमले से मोहित बच तो गया, लेकिन वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
आरोपी मां ने की बचाने की कोशिश
पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, जब मां ने गुस्से में राजकुमार को हमला करते देखा तो वह खुद बीच में आ गईं और ऊन्हें बचाने की कोशिश करने लगी, लेकिन तब तक कौशल्या और पुरुषोत्तम की मौत हो चुकी थी। बताते हैं कि आरोपी राजकुमार को अपनी भाभी के चरित्र पर शक था। बड़े भाई की मौत के बाद उसे लगता था कि उसके भाभी के संबंध कुछ लोगों से हैं और जब भाभी के भतीजे ने उसे थप्पड़ जड़ दिया तो वह आपा खो बैठा।