भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आतिशी को बताया हताश
दिल्ली भाजपा पर
मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा लगाए गए आरोप पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा, “आतिशी हताश हैं, क्योंकि इस बार कालकाजी में उनकी हार होने वाली है। कालकाजी के लोग उनसे बहुत नाराज हैं, इसलिए हताश होकर ऐसी बयानबाजी कर रही हैं। भाजपा का ‘झुग्गी’ कार्यक्रम बहुत सफल रहा है। कल भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक हजार स्थानों पर रातभर प्रवास किया। झुग्गियों में लोग गंदे पानी, बिजली के बढ़े हुए बिल और आम आदमी पार्टी के झूठे वादों से परेशान हैं। इस बार उनके विधायकों को झुग्गियों में घुसने तक नहीं दिया जा रहा है। इसी वजह से हताश होकर आतिशी ऐसी बयानबाजी कर रही हैं।”
कालकाजी विधानसभा सीट हार रही हैं आतिशी
झुग्गियों को ढके जाने के आरोप पर भाजपा नेता ने कहा, “आतिशी कालकाजी सीट से हार रही हैं। इसलिए वह हताशा में कुछ भी बोल रही हैं। उनके इन बयानों से यह समझ लेना चाहिए कि इस बार वह कालकाजी विधानसभा से हारने वाली हैं। क्योंकि इस विधानसभा कई ऐसी कॉलोनियां हैं, जहां आतिशी को घुसने भी नहीं दिया जा रहा है। इसलिए वह अपने हिसाब से बयान दे रही हैं।
दिल्ली की सीएम आतिशी ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा?
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “भाजपा के नेता झुग्गियों में जाकर लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर ये दिखावा कर रहे है कि उन्हें झुग्गीवालों की फ़िक्र है। लेकिन गरीब विरोधी भाजपा की सच्चाई कुछ और है।“
भाजपा नेताओं ने सुंदर नर्सरी झुग्गियों में रात्रि प्रवास किया
भाजपा के नेता जिस झुग्गी में जाते है उसके कुछ महीने बाद उसे तोड़ दिया जाता है। भाजपा के नेताओं ने सुंदर नर्सरी की झुग्गियों में रात्रि प्रवास किया और फिर कुछ महीनों बाद कड़ाके की ठंड में झुग्गियां तुड़वाकर उन्हें बेघर कर दिया। भाजपा नेता प्रवास के नाम पर झुग्गियों में जाकर लोगों की लिस्ट बनाते हैं और फिर सालों से वहां रह रहे लोगों का वोट कटवाकर उनका लोकतांत्रिक अधिकार छीन लेते है। शाहदरा के अंबेडकर बस्ती के लोग भाजपा के इसी धोखे का शिकार हुए। भाजपा झुग्गी में रहने वाले गरीबों को देखना तक नहीं चाहती। तभी कल प्रधानमंत्री जब पूसा इंस्टीट्यूट के एक कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां रास्ते में पड़ने वाली झुग्गियों को बड़े पर्दों से ढक दिया गया। जी20 के दौरान भी झुग्गी वालों के साथ यही किया गया था। इनपुट: आईएएनएस