दरअसल, विशेषज्ञों का कहना है कि हाल ही में सामने आए कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जो भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकते हैं। देश के एक टॉप साइंटिस्ट ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन में वे सभी एलिमेंट्स हैं, जिनकी वजह से तीसरी लहर आ सकती है। इसकी वजह कि यह वेरिएंट ज्यादा संक्रामक और ताकतवर है।
CSIR इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के डायरेक्टर अनुराग अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस वैरिएंट में शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को धोखा देने की खूबी है। अब तक कोरोना के कई वेरिएंट मिले, लेकिन यह उनमें से सबसे खतरनाक है। ऐसे में कोरोना टीकाकरण करवा चुके लोगों को भी इससे सावधान रहने की जरूरत है।
बता दें कि भारत में अब तक ओमिक्रॉन से संक्रमित 2 मरीज मिले हैं। बताया गया कि इनमें एक की उम्र 66 साल और दूसरे की 46 साल है। ये दोनों संक्रमित कर्नाटक में मिले हैं, जो हाल ही दक्षिण अफ्रीकी देशों से लौटे हैं। वहीं इनके संपर्क में आए लोगों की भी सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। इसके साथ ही विदेश से आए 10 विदेशी नागरिक बैंगलुरू से फरार भी हो गए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले ही यह वेरिएंट को लेकर दुनियाभर को सतर्क रहने की चेतावनी दी थी। दरअसल, इस वेरिएंट के सामने आने के बाद देशों ने यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। WHO का कहना है कि यात्रा प्रतिबंध से इस वेरिएंट को दुनियाभर में फैलने से रोका नहीं जा सकता है। इसके लिए व्यापक इंतजाम करने की जरूरत है।