इसके साथ ही राहुल गांधी ने तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी और एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन ओवैसी ने भी सवाल उठाए हैं। जानकारी के मुताबिक बीती रात नगालैंड में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम लोगों के मारे गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगालैंड पुलिस ने बताया कि राज्य के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी जल्द ही सामने आ जाएगी।
पुलिस का कहना है कि इस घटना की जांच जारी है, जिससे यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। इस घटना के बाद हुई हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई थी। वहीं इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि यह घटना दिल दुखाने वाली है। देश में आम नागरिक और सुरक्षाकर्मी सुरक्षित क्यों नहीं है। राहुल गांधी ने इस संबंध में सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है, जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।
कांग्रेस इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा नगालैंड से आई दुखद खबर बेहद परेशान करने वाली है। उत्तर पूर्व में बार-बार हिंसा की घटनाएं कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मोदी सरकार की विफलता का संकेत हैं। कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार हमारे नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है।
गौरतलब है कि बीती रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम ख़त्म कर घर लौट रहे लोगों पर लोगों पर गोलियां चलाईं। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई। इस झड़प में 7 अन्य आम नागरिकों सहित सेना के एक जवान की मौत हो गई। बता दें कि नगालैंड में सेना बीते कई सालों से उग्रवाद की समस्या से जूझ रही है। यहां लोग सेना पर अपने अभियानों में स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं।