नड्डा ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने गांधी परिवार को छोड़कर किस बड़े नेता को सम्मान दिया? चाहे राजेंद्र प्रसाद हो, सरदार पटेल हो, शास्त्री हों या आंबेडकर हों, प्रणब दास, सीताराम केसरी या अटल बिहारी बाजेपयी हों, किसी भी बड़े नेता का कांग्रेस और गांधी परिवार ने सम्मान नहीं किया। उन्होंने कहा कि मनमोहन की समाधि के लिए मोदी सरकार ने जगह भी दी, सूचित भी किया। फिर भी कांग्रेस झूठी खबरें फैला रही है। नरसिम्हा राव के निधन के बाद परिवार ने समाधि स्थल बनाए जाने की मांग की थी। सोनिया ने नामंजूर कर दिया। कांगेर के दफ्तर में पार्थिव शरीर को जगह भी नहीं मिली। बाद में अंतिम संस्कार हैदराबाद में दिया गया। मोदी सरकार ने 2015 में नरसिम्हा राव के लिए स्मारक की घोषणा की और 2024 में भारत रत्न दिया। प्रणव मुखर्जी का निधन हुआ, तब कांग्रेस कमेटी ने शोकसभा भी नहीं की। 2013 में कांग्रेस की यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल बनाने का निर्णय लिया था। तय किया था कि किसी भी नेता की समाधि नहीं बनेगी।
नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी ने पीएम संग्रहालय बनाया। कांग्रेस ने अपने परिवार के लोगों के स्मारक और समाधियां बनाईं। कांग्रेस सरकारों ने करीब 600 सरकारी योजनाएं, म्यूजियम, एयरपोर्ट नेहरू गांधी के नाम पर रखे गए, जबकि अन्य नेताओं के नाम पर योजनाएं अंगुली पर गिनी जा सकती है। कांग्रेस के ऐतिहासिक पापों को हमारा देश नहीं भूलेगा।