Punjab Assembly Elections: नवजोत सिंह सिद्धू की इमेज क्लीनिंग में जुटी कांग्रेस, ये पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारी तो नहीं ?
पहले कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश रावत (harish rawat) ने नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब विधानसभा चुनाव (punjab assembly election) लड़ने का ऐलान किया। अब वे सिद्धू की इमेज क्लीनिंग में जुटे हुए हैं, क्या नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh siddhu) की इमेज क्लीनिंग (image cleaning of siddhu) कर कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।
नई दिल्ली। लंबे समय से पंजाब कांग्रेस में जारी अंतरकलह के बाद आखिरकार चरणजीत सिंह चन्नी (charanjit singh channi) को पंजाब का मुख्यमंत्री बना दिया गया है। वहीं अब कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश रावत (harish rawat) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh siddu) की इमेज क्लीनिंग करने में जुटे हुए हैं। वहीं इससे पहले उन्होंने ऐलान किया था कि कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब विभानसभा चुनाव (punjab assembly election) लड़ेंगी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम बनाना वोट बैंक को साधने का चुनावी दांव मात्र है। क्या नवजोत सिंह सिद्धू की इमेज क्लीनिंग (image cleaning of siddhu) कर कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा सिद्धू बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह (captain amrinder singh) ने पंजाब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh siddhu) को पंजाब का सीएम बनाने पर विरोध करने की बात कही थी। इसके साथ ही कैप्टन अमरिंदर सिंह (captain amrinder singh) ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (imran khan) और आर्मी चीफ जनरल बाजवा से दोस्ती है। इसलिए पंजाब जैसे सरहदी राज्य में ऐसे शख्स को सीएम बनाना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
हरीश रावत ने दिया पीएम मोदी का उदाहरण इसके बाद से बीजेपी समेत तमाम विरोधी पार्टियां नवजोत सिंह सिद्दू (navjot singh sddhu) पर हमलावर हैं। वहीं अब हरीश रावत ने इस विषय पर सफाई देते हुए सिद्धू के साथ खड़े हो गए हैं। हरीश रावत (harish rawat) ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपने धार्मिक तीर्थस्थल करतारपुर साहिब का रास्ता खोलने के लिए धन्यवाद देते हुए एक अपने दूसरे पंजाबी भाई के गले मिलता है तो इसमें देशद्रोह क्या है। इस दौरान हरीश रावत ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे तो पीएम मोदी ने भी पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ को गले लगाया था।
यह भी पढ़े: चरणजीत सिंह चन्नी की ताजपोशी के बाद पंजाब कांग्रेस में खत्म हो गई अंतरकलह बता दें कि इससे पहले चरणजीत सिंह चन्नी (charanjit singh channi) को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद हरीश रावत ने आगामी विधानसभा चुनाव (punjab assemlby election 2022) नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में लड़ने का ऐलान किया था। उनके इस बयान के बाद पंजाब कांग्रेस में विरोध के सुर उठने लगे। कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ (sunil jakhar) ने हरीश रावत के इस बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि यह न सिर्फ मुख्यमंत्री के अधिकार को कमजोर करने की कोशिश है बल्कि चरणजीत सिंह चन्नी (channi) के उनके सीएम पद पर नियुक्ति को खारिज करने का प्रयास भी है। हालांकि बाद में रणदीप सुरजेवाला (randeep surjewala) ने सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू (siddhu) के चेहरों पर चुनावी मैदान में उतरेगी।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव (punjab assembly election) के लिए काफी होमवर्क कर लिया है। यही वजह है कि पार्टी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। वहीं हर पार्टी में कुछ उत्साही नेता होते हैं, जिनके बयानों के चलते पार्टियों को नुकसान पहुंचता है। जहां तक चरणजीत सिंह चन्नी (charanjit singh channi) को पंजाब का सीएम और दो डिप्टी सीएम बनाने की बात है तो यह साफ तौर पर वोट बैंक और पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (captain amrinder singh) को साधने का प्रयास है। यही वजह है कि कैप्टन के करीबी ओपी सोनी को डिप्टी सीएम का पद दिया गया।
वहीं सीएम पद को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू की महत्वाकांक्षा किसे से छिपी नहीं है। अगर सिद्धू को भविष्य में किसी बड़े लाभ का आस्वासन न मिला होता तो वो इतने शांत न दिखाई देते और उनके चेहरे की मुस्कान इस बात का सबूत है। फिलहाल पंजाब विधानसभा चुनाव (punjab assembly election) को लेकर ज्यादा समय नहीं है, जल्द ही कांग्रेस एक-एक कर अपने पत्ते खोलने लगेगी।
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