शहर के भट्टी रोड और शिवाजी चौक पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आये। पूरा इलाका लगभग एक घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा। इसमें कई लोगों को चोटें आई हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रित कर लिया है, लेकिन शहर और आसपास के इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
खूंटी के दुकानदारों ने मंगलवार रात और बुधवार सुबह पथराव की घटना के विरोध में दुकानें बंद रखी हैं। इधर पुलिस-प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर से लोगों से संयम बरतने और अपने घरों में रहने की अपील की जा रही है। खूंटी के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, एसपी अभियान रमेश कुमार और एसडीओ सैयद रियाज अहमद सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर हालात पर निगरानी रख रहे हैं।
रांची जोन के आईजी पंकज कंबोज ने घटना की ताजा जानकारी देते हुए कहा कि घटनास्थल पर आरएएफ सहित अतिरिक्त बल तैनात हैं। शांतिपूर्ण स्थिति को बनाए रखने के लिए आरएएफ सहित अतिरिक्त बलों की तैनाती कर दी गई है और इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
बता दें, श्रीरामनवमी महोत्सव की परंपरा के अनुसार मंगलवार को रात जुलूस निकाला गया था। आरोप है कि जुलूस जब आजाद रोड से गुजर रहा था, तब छतों से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की। इससे गुस्साये लोगों ने खूंटी मुख्य पथ को जाम कर दिया। देर रात पुलिस ने पथराव के आरोपियों को बुधवार दिन 12 बजे तक गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर जाम खत्म कराया।
बुधवार को इस घटना के विरोध में जुलूस निकालने वाले विभिन्न अखाड़ों के लोगों ने खूंटीबंद का आह्वान किया था। अखाड़ों के सैकड़ों लोग एक बार फिर जुलूस की शक्ल में भगत सिंह चौक, नेताजी चौक, कर्रा रोड शिवाजी चौक और भट्टी रोड की ओर गये तो तनाव की स्थिति पैदा हो गयी। दो पक्षों के बीच आमने-सामने पथराव होने लगा।
मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। खूंटी से सटे तोरपा में लोगों ने बाजार बंद करा दिया। इसी दौरान पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया। इसपर विरोध जताते हुए तोरपा के विधायक कोचे मुंडा समेत विभिन्न अखाड़ों के लोग तोरपा थाना परिसर में धरना देकर बैठे हैं। विधायक का कहना है कि जब तक पकड़े गये लोगों को छोड़ा नहीं जाता, धरना जारी रहेगा।