केजरीवाल ने यहां अधिकारियों की समीक्षा बैठक में इसे लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया और कहा कि पहले चरण में चांदनी चौक व मजनूं का टीला की फूड हब के रूप में ब्रांडिंग की जाएगी। यहां पेश किए जाने वाले खाद्य पदार्थ वर्षों पुराने व्यंजन पीढ़ियों से चले आ रहे हैं। हब को एक अद्वितीय ब्रांड बनाने के लिए खाद्य पदार्थों की मुख्य यूएसपी के आधार पर उसको विकसित किया जाएगा। इनकी ब्रांडिंग-डिजाइन के लिए छह सप्ताह के भीतर आर्किटेक्ट प्रतियोगिता करवाई जाएगी। साथ ही सड़क, सीवेज, प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग आदि बुनियादी ढांचे का व्यापक पुनर्विकास बेहतरीन ढंग से किया जाएगा।
दोनों इलाकों की है खास पहचान
मजनू का टीला और चांदनी चौक अपनी एक पहचान है। मजनू का टीला दिल्ली के छोटे तिब्बत के रूप में भी जाना जाता है। यह युवाओं व विद्यार्थियों का पसंदीदा स्थान है। यरहां कई प्रकार के पैन-एशियाई व्यंजन मिलते हैं। वहीं चांदनी चौक में कबाब सहित यहां की पाक कला की उत्पत्ति मुगल सम्राटों की रसोई के साथ हुई है। यहां परांठे वाली गली, जलेबी, गुलाब जामुन जैसी मिठाइयों व छोटे-भटूरे. नान, दाल मखनी व बटर चिकन के लिए भी लोग दूर दराद से आते हैं।