पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि राज्य में मानसून कमजोर पड़ गया है। इसके चलते अब राजधानी समेत प्रदेश में तीखी धूप (sun in bihar) और उमस से लोग काफी परेशान है। उमस से लोगों को न घर में, न ही बाहर राहत मिल रही है। उन्होंने बताया कि 10 सितंबर तक इस तरह की स्थिति बने रहने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून का असर देश में अक्टूबर तक रह सकता है। जून के पहले हफ्ते में सक्रिय होने के बाद से मानसून ने बिहार (bihar) में लगातार अच्छी बारिश कराई है। सितंबर का महीना बारिश के लिहाज से कमजोर रहने की उम्मीद है। यह बहुत असामान्य भी नहीं है। आगे मानसून का रुख राज्य में बारिश की संभावनाओं को तय करेगा।
गौरतलब है कि बिहार और नेपाल में बारिश (rain in bihar) के चलते राज्य की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। उत्तर बिहार के साथ-साथ सीमांचल और पूर्वी बिहार में भी नदियां (bihar rivers) उफान पर हैं। भागलपुर और मुंगेर में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। पूरे बिहार की बात करें तो गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, गंगा, महानंदा नदी सहित 10 प्रमुख नदियां अभी भी कई जगह खतरे के निशान के ऊपर हैं। कल बिहार में बाढ से हुए नुकसान का जायजा लेने एक केंद्रीय राज्य में पहुंची थी।