पश्चिमी बंगाल में चल रहा मैंगो फेस्टिवल
दरअसल, पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी में 9 जून से तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल चल रहा है। जिसमें इस बार दुनिया के सबसे महंगे आम ‘मियाजाकी’ (Miyazaki) का प्रदर्शन किया गया। इस आम की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत पूरे 2.75 लाख रुपए प्रति किलो हो सकती है। इस किस्म के दो किलो आम खरीदने में इतने पैसे खर्च होंगे कि एक कार खरीदी जा सकती है।आम की 262 से अधिक किस्मों का प्रदर्शन
जाहिर है कि सिलीगुड़ी में आयोजित 7वें मैंगो फेस्टिवल की शुरुआत 9 जून को हुई थी। इस कार्यक्रम का आयोजन एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म (एसीटी) के सहयोग से मोडेला केयरटेकर सेंटर एंड स्कूल (एमसीसीएस) द्वारा एक मॉल में किया जा रहा है। महोत्सव में आम की 262 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया गया है।एक अंडे का वजन होता है इतना
ऐसे होती है मियाजाकी आम की खेती
मियाजाकी आम की खेती के लिए लंबे समय तक तेज धूप, गर्म मौसम और भरपूर बारिश की जरूरत होती है। प्रत्येक आम के चारों ओर एक सुरक्षात्मक जाल भी होता है जिससे धूप उस पर समान रूप से पड़ सके और उसे एक अनूठा आकार दे सके। मियाजाकी शहर में 1984 में आम की खेती शुरू हुई थी। यह आम अप्रैल से अगस्त तक उपलब्ध होता है। मई से जून के बीच अधिकांश आम बिक जाते हैं। जापान के थाईलैंड, फिलीपींस और भारत में भी मियाजाकी आम की खेती होती है।मियाजाकी के बाद ये आम सबसे मंहगे
गौरतलब है कि जापान के मियाजाकी के बाद कोहितूर आम दूसरे नंबर पर सबसे महंगा आम है। इसकी खेती सिर्फ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में की जाती है। इसे आत की काफी दुर्लभ किस्म मानी जाती है। आम की यह किस्म 18वीं शताब्दी में बंगाल के नवाब सिराज-उद-दौला के समय बनाई गई थी। एक कोहितूर आम की कीमत लगभग 1500 रुपए होती है।