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Visa Crisis: भारतीयों को 682 करोड़ का नुकसान, ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड और ईयू सबसे आगे

Visa Crisis: भारतीय पासपोर्ट मजबूत होने के बावजूद भारतीयों को कई देशों का वीजा मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नई दिल्लीJan 20, 2025 / 08:03 am

Shaitan Prajapat

Visa Crisis: भारतीय पासपोर्ट मजबूत होने के बावजूद भारतीयों को कई देशों का वीजा मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले एक साल में वीजा नहीं मिलने के कारण भारतीयों को 662 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। भारतीयों के वीजा आवेदन रद्द करने में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और यूरोपीयन यूनियन (ईयू) के देश सबसे आगे हैं। भारतीय पर्यटकों के बीच लोकप्रिय यूएई की ओर से वीजा नियम सख्त होने के बाद वीजा अस्वीकृत होने की दर में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक भारतीय पासपोर्ट की वैश्विक रैंकिंग में सुधार हुआ है, लेकिन इससे हालात में बदलाव की संभावना नहीं है।
वीजा रद्द होने के कारण लोगों को भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ता है। आवेदन शुल्क का तो नुकसान होता ही है, पहले से बुक होटल, यात्रा टिकिट और यात्रा बीमा शुल्क वापस नहीं होता।

ऑस्ट्रेलिया

कुल वीज़ा आवेदन: 377,614
वीज़ा स्वीकृत: 261,857
वीज़ा अस्वीकृत: 115,757
नुकसान: 93 करोड़ रुपये

न्यूजीलैंड

कुल वीज़ा आवेदन: 103,911
वीज़ा स्वीकृत: 70,197
वीज़ा अस्वीकृत: 33,714
नुकसान: 72 करोड़ रुपये

अमरीका

कुल वीज़ा आवेदन: 11,47,217
वीज़ा स्वीकृत: 986,259
वीज़ा अस्वीकृत: 160,958
मौद्रिक घाटा: 257 करोड़ रुपये
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ईयू

कुल वीज़ा आवेदन: 966,687
वीज़ा स्वीकृत: 811,290
वीज़ा अस्वीकृत: 151,752
घाटा: 124 करोड़ रुपये

2024 में किस देश से

कितने आवेदन रद्द
न्यूजीलैंड : 32.45 प्रतिशत
ऑस्ट्रेलिया : 30 प्रतिशत
यूके : 17 प्रतिशत
अमरीका : 16.32 प्रतिशत
ईयू : 15.7 प्रतिशत

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