पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों के लिए एक बस किराए पर ली थी। बस दीमापुर से आ रही थी और जवानों को कांगपोकपी जिला आयुक्त कार्यालय ले जा रही थी। रात 9 बजे राजधानी इंफाल से करीब 45 किलोमीटर दूर कांगपोकली के थामस ग्राउंड पर अज्ञात लोगों के समूह ने बस को रोक लिया और सीआरपीएफ के जवानों को उतार दिया।
लोगों ने बस की जांच की तो पता चला कि यह मैतेई समुदाय के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इस पर लोगों ने बस में आग लगा दी। घटना के बाद कांगपोकपी पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने कुकी बहुल जिले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की है।
बदला लेने के लिए लगाई आग
बताया जाता है कि कुकी समुदाय के लोगों ने बदला लेने के लिए बस में आग लगाई थी। पिछले सप्ताह मैतेई बहुल बिष्णुपुर जिले में दो ट्रकों को जला दिया गया था। इन ट्रकों में चुराचांदपुर जिले में पुल बनाने के लिए निर्माण सामग्री ले जाई जा रहे थी। अब बताया जा रहा है कि इस घटना के जवाब में कथित तौर पर कुकी समुदाय के लोगों ने बस को आग के हवाले कर दिया।