16 दिन तक चली जिंदगी और मौत की जंग में भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, सीमा सड़क संगठन ने अपनी जिम्मेंदारी जबरदस्त रूप से संभाली। भारतीय वायु सेना ने तो पहले दिन से ही आपरेशन शुरू कर दिया। आगर मशीन लाने में इन्होंने की सबसे बड़ी भूमिका अदा की। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, कोल इंडिया, एनएचआईडीसीएल, जीएसआई, एसजीवीएनएल, टीएचएफसीएल और आरवीएनएल सहित कुल 22 एजेंसियों ने एक बचाव दल के रूप में काम किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि “उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रिय जनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है”