उत्तराखंड में कुदरत की मार ने सिर्फ दून में ही अपना रौद्र रूप नहीं दिखाया बल्कि, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर, चंपावत और अन्य जिलों में भी बारिश के चलते खासी मुसीबत खड़ी हो रही है। यही नहीं इसके साथ ही प्रदेश की कई नदियां उफान पर हैं, जिसके कुछ चलते हाईवे भी बंद कर दिए गए हैं।
दरअसल देहरादून के रायपुर प्रखंड स्थित सरखेत गांव में तड़के 2.45 बजे स्थानीय लोगों ने बादल फटने की घटना की सूचना दी।
यह भी पढ़ें – झारखंड, बिहार, यूपी, और एमपी में मानसून फिर सक्रिय, 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जानकारी मिलते ही SDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। गांव में फंसे सभी लोगों को बचा लिया गया, जबकि कुछ लोगों ने नजदीकी रिसॉर्ट में शरण ले ली।
बारिश से रायपुर क्षेत्र के ही मालदेवता में भी भारी नुकसान की बात सामने आई है। भारी बारिश के चलते कई घरों में पानी घुस गया जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई। फिलहाल SDRF और प्रशासन की टीम ने मोर्चा संभाला हुआ है और ग्रामीणों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।
भारी बारिश और बादल फटने के बाद से ही मुश्किलें और बढ़ गई हैं। नदियां उफान पर हैं और इसके चलते देहरादून- ऋषिकेश हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
इस बीच जाखन नदी पर बनी टेम्परेरी सड़क बहने से रानीपोखरी पुलिस ने रूट डाइवर्ट कर दिया है। बड़े वाहनों को रायवाला-डोईवाला से डायवर्ट किया गया है।
मानसून के दूसरे चरण की जोरदार आमद ने उत्तराखंड में कई नदियों और नालों को उफान पर ला दिया है। देहरादून में लगातार भारी बारिश हो रही है। इसकी वजह से टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली तमसा नदी ने शनिवार को विकराल रूप धारण कर लिया है।
माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव का संपर्क टूट गया है और पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। यही नहीं तेज बारिश के चलते सोंग नदी का जलस्तर भी बढ़ा है। नैनीताल, रामनगर और उसके आसपास की नदी और नाले भी उफान पर हैं।
भारी बारिश का आलम यह है कि घरों के साथ-साथ ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के परिसर में भी पानी घुस गया। बताया जा रहा है कि ये पानी इमरजेंसी भवन में घुस गया है। हालांकि अब तक इससे किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
यह भी पढ़ें – Weather update: आंधी के साथ जोरदार बारिश होने की संभावना, जाने कैसा रहेगा शनिवार का मौसम