इस पुल का निर्माण कार्य एमपी सिंगल कंस्ट्रक्शन लिमिटेड नाम की कंपनी करा रही है। इस हादसे की वजह से जानमाल को तो नहीं लेकिन सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों की मानें तो पुल का स्ट्रक्चर गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई। बता दें, सुल्तानगंज की तरफ से पोल नंबर 4,5,6 के बीच ढलाई का काम चल रहा था, जिसके लिए ये स्ट्रक्चर बनाया गया था। इस सुपर स्ट्रक्चर को केबल पर खड़ा किया गया था। बावजूद इसके ये गिर गया। ये स्ट्रक्चर करीब 100 फीट से ज्यादा का था।
स्थानीय लोग पुल निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं तथा निर्माण कार्य की जांच की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ घटना कि जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल, अंचलाधिकारी शंभुशरण राय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्मु मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे JDU विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने बड़ा और सनसनीखेज आरोप लगाया है। उनके मुताबिक पुल को बनाने के दौरान जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। तो वहीं उन्होंने इस हादसे की निष्पक्ष और गहरी जांच कराने की मांग की है।
आपको बता दें कि अगुवानी पुल बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इंटेलीजेंट ट्रैफिक टेक्नोलॉजी से बनाए जा रहे इस फोरलेन पुल में अलग-अलग दो लेन है। इस पुल की कुल लंबाई 3160 मीटर है। पुल के हर एक पिलर के बीच 125 मीटर की दूरी रखी गई है। 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया था।