TRAI का फैसला
ट्राई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने ऐप और वेब पोर्टल को को बेहतर करने का निर्देश दिए है। इसके साथ ही कहा कि यूजर्स आसानी से स्पैम कॉल्स की कंप्लेंट्स कर सकें। दरअसल, ट्राई के यह नए आदेश स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं। इसे Unsolicited commercial communication (UCC) भी कहते हैं।अब सभी कंपनियों को करना होगा ये काम
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इन कंपनियों से यूसीसी कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन और प्रिफ्रेंस मैनेजमेंट ऑप्शन को आसान बना होगा। ताकि यूजर्स इसे आसानी से ऐप और वेबसाइट से एक्सेस कर सकते है। ट्राई के अनुसार, अगर यूजर्स अपनी मर्जी से कॉल लॉग और डेटा का एक्सेस देता है, तो वेबसाइट पर ये ऑप्शन होना चाहिए। इससे यूजर्स के लिए चीजें बेहतर को सकते है।TRAI ने जारी किए 160 नंबर
TRAI ने हाल ही में घोषणा की थी कि वित्तीय संस्थानों से संबंधित लेन-देन की कॉल्स के लिए 160 नंबर की सीरीज शुरू की जाएगी। इस कदम का मुख्य उद्देश्य लोगों को साइबर ठगी से बचाना और सुरक्षित बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है। 160 नंबर की सीरीज से लोग आसानी से पहचान सकेंगे कि यह एक सुरक्षित बैंकिंग कॉल है।160 नंबर सीरीज के लाभ
सुरक्षा बढ़ाना: इस नई सीरीज से फाइनेंशियल लेन-देन से संबंधित कॉल्स को सुरक्षित बनाना है, जिससे लोगों को यह विश्वास हो सके कि वे सुरक्षित कॉल्स के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं प्राप्त कर रहे हैं।साइबर ठगी से बचाव: इस पहल का मुख्य उद्देश्य साइबर ठगी को रोकना और ग्राहकों को फर्जी कॉल्स से बचाना है।
विश्वसनीयता: ग्राहकों के लिए यह आसान होगा कि वे यह पहचान सकें कि कॉल वास्तव में किसी वित्तीय संस्थान से है, जिससे विश्वास और सुरक्षा बढ़ेगी।
कैसे काम करेगा
160 सीरीज कॉल्स: किसी भी फाइनेंशियल संस्थान की ओर से आने वाली कॉल्स 160 नंबर सीरीज से शुरू होंगी, जिससे ग्राहक आसानी से पहचान सकेंगे कि यह कॉल सुरक्षित और आधिकारिक है।चेतावनी: यदि कोई कॉल 160 नंबर सीरीज से नहीं है, तो ग्राहक उसे संदिग्ध मान सकते हैं और उससे सतर्क रह सकते हैं।