हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की ओर से केंद्रीय कपड़ा, एमएसएमई तथा उद्योग व वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किए जा रहे इस बी-टू-बी मेले में 150 से अधिक उद्योग- व्यवसाय, छोटे और मझौले निर्यातकों, कारीगरों, डिजाइनरों और शिल्पियों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद के अनुसार भारत खिलौना मैन्यूफैक्चरिंग में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य खिलौना सेगमेंट में भारत को वैश्विक सोर्सिंग हब बनाना है।
इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि यह आयोजन खिलौना निर्माताओं, मुख्य रूप से एमएसएमई और पारंपरिक खिलौना निर्माताओं को आवश्यक बाजार लिंकेज हासिल करने में सक्षम बनाएगा। साथ ही विदेशी बाजारों में भारत के खिलौनों की हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इन देशों की होगी भागीदारी
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा के अनुसार मेले में कनाडा, जर्मनी, घाना, इंडोनेशिया, जॉर्डन, कजाकिस्तान, कुवैत, लेबनान, नीदरलैंड, ओमान, फिलिस्तीनी, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ताइवान, ताजिकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों के विदेशी खरीदार आएंगे। यूएसए, उज्बेकिस्तान, वियतनाम और हेमलेज़-रिलायंस, लुलु इंटरनेशनल शॉपिंग मॉल, मोर रिटेल्स, टॉयज स्टेशन, ट्रेंड्स एंड गिफ्ट्स, मावेरिक्स, शॉपर्स स्टॉप और कई अन्य प्रमुख भारतीय खुदरा विक्रेताओं ने भी मेले में शिरकत की पुष्टि की है।