सेबी प्रमुख और उनके पति के खिलाफ विदेशी फंड में कथित अघोषित निवेश को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से बाजार में उठापटक की आशंका से निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। बाजार खुलने के साथ अदाणी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। अदाणी एनर्जी के शेयर 17%, अदाणी एंटरप्राइजेज के 5% और अदाणी गैस के 14% गिर गए थे। समूह के अन्य शेयर भी 10% तक गिरे, लेकिन कुछ देर बाद अदाणी के सभी शेयरों ने जबरदस्त रिकवरी की। अदाणी एंटरप्राइजेज 1.46% गिरकर बंद हुआ। अदाणी ग्रीन और अंबुजा सीमेंट के शेयर तेजी में बंद हुए। तीस शेयरों वाले सेंसेक्स में शुरुआत में तेज गिरावट आई। हालांकि बाद में यह 56.99 अंक यानी 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 79,648.92 अंक पर बंद हुआ। सुबह के कारोबार में यह 479.78 अंक तक लुढक़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 20.50 अंक यानी 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 24,347 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,212.10 अंक तक नीचे आया और 24,472.80 अंक तक ऊपर गया।
बाजार को क्रैश कराने की कोशिश : भाजपा
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हिंडनबर्ग के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। वह भारत विरोधी एजेंडा चलाते हैं। कांग्रेस हिंडनबर्ग के साथ मिलकर काम कर रही है। शेयर बाजार को क्रैश कराने की कोशिश की गई, लेकिन बाजार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। कांग्रेस और हिंडनबर्ग का खेल शेयर बाजार में निवेश करने वाले इन्वेस्टर्स समझ चुके हैं। इस साजिश की सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
सीबीआइ से कराई जाए जांच : कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सुप्रीम कोर्ट से मामले की जांच सीबीआइ या एसआइटी से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि महा घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सेबी, पीएम और निर्मला सीतारमण हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए तथ्यात्मक और बिंदुवार मुद्दों का जवाब कब देंगे?