1. निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था। निर्मला सीतारमण ने भारत की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया है। उन्होंने 31 मई 2019 को भारत के 28वें वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी। सीतारमण 2006 में बीजेपी में शामिल हुईं थी। इसके बाद साल 2010 उन्हें बीजेी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है। साल 2014 में सीतारमण को नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में आंध्र प्रदेश से एक जूनियर मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
2. शोभा करंदलाजे
शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक की बेंगलुरु नॉर्थ सीट से लोकसभा चुनाव जीता है। उनको एक बार फिर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। तीसरी बार लोकसभा सांसद बनीं शोभा मोदी सरकार 2.0 में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा चुकी है। शोभा करंदलाजे को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा के करीबी लोगों में गिना जाता है।
3. अन्नपूर्णा देवी
अन्नपूर्णा देवी मोदी कैबिनेट में दूसरी बार सांसद बनी हैं। इससे पहले बीजेपी सरकार में उनको शिक्षा राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी। इस बार भी उन पर विश्वास जताते हुए दूसरी बार मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। वह झारखंड के कोडरमा से लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने भाजपा के सदस्य के रूप में 2019 का आम चुनाव जीता था। वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं।
4. रक्षा खडसे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे मंत्रिमंडल में रावेर से बीजेपी की सांसद रक्ष खडसे को एंट्री मिली है। रक्षा खडसे ने कंप्यूटर साइंस से बीएससी तक की पढ़ाई की है। 37 वर्षीय रक्षा खडसे महाराष्ट्र बीजेपी के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। वह 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बनीं थीं।
5. अनुप्रिया पटेल
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अनुप्रिया पटेल एक युवा महिला चेहरा हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्मी अनुप्रिया अपने पिता सोनेलाल की पार्टी अपना दल (एस) का प्रतिनिधित्व करती हैं। अपना दल पार्टी का एक धड़ा अपना दल (एस) अनुप्रिया पटेल के नाम से जाना जाता है। वहीं, अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) को उनकी मां प्रतिधित्व करती है।
6. सावित्री ठाकुर
46 साल की सावित्री ठाकुर मध्य प्रदेश में बीजेपी का आदिवासी चेहरा हैं। सावित्री ने पंचायत चुनाव से लेकर पार्लियामेंट तक का सफर तय किया है। 2004 से 2009 तक जिला पंचायत रह चुकी हैं। 2014 में पहली बार सांसद बनीं और अब 2024 में एक बार फिर से बीजेपी सांसद बनी हैं।
7. निमुबेन बमभानिया
भारजपा की नेता हिमुबेन बाभंणिया ने भावनगर सीट पर भारी मतों से जीत दर्ज की। लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले वह मेयर थी। वह राजनेता होने के साथ ही एक्टिविस्ट भी हैं। भावनगर से तत्कालीन सांसद भारतीबेन शायल का टिकट काटकर उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था। निमुबेन ने आप नेता उमेश भाई को इस बार चुनाव में हराया था। वह बीजेपी के समर्पित नेताओं में से एक हैं।