BJP पार्षद को कहा वोट चोर
यह पूरा विवाद नॉमिनेटेड पार्षद अनिल मसीह के सदन में पहुंचने के बाद शुरू हुआ क्योंकि उनके पहुंचते ही आप पार्टी और कांग्रेस के पार्षद नारेबाजी करने लगे। ये पार्षद अनिल मसीह को वोट चोर कहने लगे। इसके बाद अनिल मसीह को गुस्सा आ गया और वो वेल में चले गए। वेल में आकर मसीह ने कहा कि राहुल गांधी भी जमानत पर है। इसके बाद कांग्रेस और आप के पार्षदों ने मसीह के सामने पोस्टर लहराना शुरू कर दिया। इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने उनसे पोस्टर छिनने की कोशिश की और फिर उनके बीच झड़प और हाथापाई हो गई।
अनिल मसीह पर लगा था ये आरोप
बता दें कि इसी साल जनवरी में चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी मनोज सोनकर ने जीत दर्ज की थी। इस दौरान पीठासीन अधिकारी रहे अनिल मसीह को विपक्ष ने निशाने पर लिया था, उनके ऊपर आरोप लगाया कि उन्होंने 8 मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की और वोटों को अवैध घोषित कर दिया। बाद में कांग्रेस और AAP ने हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने अनिल मसीह को फटकार लगाई और आप प्रत्याशी कुलदीप कुमार को विजेता घोषित किया।