लार्जकैप और स्मॉलकैप का ऐसा रहा कारोबार
लार्जकैप और स्मॉलकैप की अपेक्षा मिडकैप शेयरों में सीमित दायरे में कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 31 अंक या 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,458 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 21 अंक या 0.12 प्रतिशत गिरकर 18,260 अंक पर है। सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे ज्यादा तेजी रही। टाइटन, एलएंडटी, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट रही। चॉइस ब्रोकिंग में रिसर्च एनालिस्ट देवेन मेहता का कहना है कि वैश्विक बाजारों के समर्थन के कारण भारतीय शेयर बाजार सकारात्मक खुले हैं। निफ्टी में 23,500 अंक और फिर 23,450 अंक तथा 23,400 अंक अहम सपोर्ट लेवल हैं। वहीं, 23,650 एक रुकावट का स्तर है। अगर यह इसे तोड़ता है तो 23,800 अंक तक भी जा सकता है।
जानें ग्लोबल मार्केट का हाल
बाजार में तेजी की एक वजह घरेलू और विदेशी निवेशकों की लिवाली भी है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को 2,569 करोड़ रुपये और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 1,555 करोड़ रुपये का निवेश किया था। एशिया के बड़े बाजारों में तेजी है। टोक्यो, हांगकांग, सोल और जकार्ता के बाजारों में हरे निशान में कारोबार हो रहा है। हालांकि, बैंकॉक और शंघाई के बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। अमेरिका के बाजार मंगलवार को तेजी के साथ बंद हुए थे। कच्चे तेल का बेंचमार्क लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा 85 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी WTI 80 डॉलर प्रति बैरल पर है।
डिफेंस शेयरों ने भरी उड़ान
केंद्र सरकार अगले भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर और डिफेंस एक्सपोर्ट का पावरहाउस बनाने की योजना पर काम कर रही है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वर्ष 2028-29 तक देश के रक्षा निर्यात को बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इससे मंगलवार को डिफेंस शेयरों में 20% तक की तूफानी तेजी आई। मजबूत विकास संभावनाओं और स्वदेशीकरण पर फोकस के कारण निवेशक इन शेयरों में खूब दांव लगा रहे हैं। यही वजह है कि पिछले एक साल में ही निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 162% उछल गया, जबकि इस दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स में 25.6% ही तेजी आई।