बड़े बड़े दिग्गज हुए बेनकाब
एक बंगाली अभिनेत्री ने फिल्म निर्माता और केरल चलचित्र अकादमी के पूर्व अध्यक्ष रंजीत पर 2009 में मलयालम फिल्म ‘पालेरी माणिक्यम: ओरु पथिकोलापथकाथिंते कथा’ बनाने के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। केस दर्ज होने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उधर एक मलयालम अभिनेत्री की ओर से ऐसे ही आरोपों के बाद अभिनेता सिद्धीकी ने एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया। इसी तरह एक अन्य अभिनेत्री ने भाकपा (एम) विधायक और अभिनेता एम. मुकेश, अभिनेता और निर्माता मनियानपिल्ला राजू, अभिनेता और अम्मा के पूर्व महासचिव एडावेला बाबू तथा अभिनेता जयसूर्या सहित एक प्रोडक्डक्शन कंट्रोलर के खिलाफ शारीरिक और मौखिक दुव्र्यवहार का आरोप लगाया।
‘अम्मा’ भंग, सभी पदाधिकारियों का इस्तीफा
रिपोर्ट आने के बाद फिल्म उद्योग में तूफान आ गया। अब तक 17 महिलाओं ने औपचारिक रूप से अपने खिलाफ हुए गलत बर्ताव की शिकायत दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के बाद ‘अम्मा’ (AMMA) के अध्यक्ष मोहनलाल की अगुवाई में पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया और संस्था को भंग कर दिया।
राज्य सरकार भी घिरी, SIT बनाई
सामाजिक और राजनीतिक दबाव के बाद राज्य सरकार ने रिपोर्ट में की गई शिकायतों की जांच करने और कार्रवाई करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। रिपोर्ट के कुछ पेज रोकने पर सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। आरोप है कि सरकार कुछ आरोपियों को बचाना का प्रयास कर रही है। हालांकि मुख्यमंत्री विजयन (Kerala CM Vijayan) ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में क्या हो रहा है?
Malayalam Film Industry: रिपोर्ट के बाद कई दिग्गज अभिनेता ममूटी (Mammootty) और मोहनलाल (Mohanlal) की चुप्पी से रहस्य गहरा रहा है। कुछ को छोड़ युवा अभिनेता भी इस मामले में चुप हैं जबकि कुछ ने उद्योग के पुनर्गठन की मांग की है। अभिनेत्री और वीमेन इन सिनेमा कलेक्टिव की संस्थापक सदस्य पार्वती ने अम्मा के सदस्यों के सामूहिक इस्तीफे की निंदा की है।
केरल हाईकोर्ट ने पूरी रिपोर्ट मांगी
SIT शिकायतों की जांच कर रही है। इस बीच केरल हाईकोर्ट (Kerala High Court) ने सरकार को सभी साक्ष्यों के साथ पूरी रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं ताकि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।