सभी सातों शवों का हो चुका है अंतिम संस्कार
मामले में अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को इन मौते के बारे में रविवार को पता चला था, हालांकि पहली मौत चार दिन पहले हुई थी। सभी सातों शवों का अंतिम संस्कार पहले ही किया जा चुका था। पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन ने कहा कि लौरिया थाना क्षेत्र में मौतें हुई है। स्थानीय लोगों ने मौतों के लिए शराब को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन सभी मौतें अवैध शराब के कारण नहीं हुईं। एसपी ने कहा कि एक व्यक्ति ट्रैक्टर की चपेट में आने से जबकि दूसरे की मौत लकवाग्रस्त होने से हुई है। अधिकारी अभी भी बाकी पांच मौतों का सही कारण जानने की कोशिश कर रहे हैं।
जांच दल का किया गठन
पश्चिम चंपारण के उप विकास आयुक्त सुमित कुमार ने मामले को लेकर कहा कि शवों के अंतिम संस्कार के कारण मौत के कारणों का पता लगाना मुश्किल हो गया है। घटना की जांच के लिए एक जांच टीम का गठन किया गया है, जिसकी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर आने की उम्मीद है। बता दें कि 2016 में बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था।