जांच की मांग
बता दें कि कोर्ट में दायर याचिकाओं में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) द्वारा लगाए आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच की मांग की है। उनका दावा है कि तिरुपति मंदिर में बनने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का उपयोग किया गया है। तिरुपति मंदिर बोर्ड की तरफ से एडवोकेट सिद्धार्थ और आंध्र प्रदेश सरकार की तरफ से एडवोकेट मुकुल रोहतगी पेश हुए।
“भगवान को राजनीति से दूर रखा जाएगा”
आंद्र प्रदेश सरकार की ओर से पेश हुए वकील मुकुल रोहतगी के सवाल का जवाब देते हुए कोर्ट ने कहा कि जब आप संवैधानिक पद पर हैं, तो हम उम्मीद करते हैं कि भगवान को राजनीति से देर रखा जाएगा। अगर आपने पहले ही जांच के आदेश दे दिए थे, तो प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी? लैब की रिपोर्ट जुलाई में आई और आपका बयान सितंबर में आया। रिपोर्ट बिल्कुल भी स्पष्ट नहीं है।