script…तो अंतरिक्ष से लौट सकेगा रॉकेट, इसरो ने सफलतापूर्वक किया विकास इंजन का री-स्टार्ट परीक्षण | Rocket will return from space: ISRO Vikas Engine re-start test successful | Patrika News
राष्ट्रीय

…तो अंतरिक्ष से लौट सकेगा रॉकेट, इसरो ने सफलतापूर्वक किया विकास इंजन का री-स्टार्ट परीक्षण

ISRO: इसरो ने विकास तरल इंजन को फिर से चालू करने के परीक्षण में सफलता हासिल की है। विकास इंजन का प्रयोग इसरो के लगभग सभी रॉकेटों (एसएसएलवी को छोड़कर) में होता है।

नई दिल्लीJan 19, 2025 / 09:06 am

Shaitan Prajapat

ISRO: इसरो ने भी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की तरह भारतीय प्रक्षेपण यानों (रॉकेटों) के तरल चरण को पुन: हासिल करने और भविष्य के मिशनों में उसके उपयोग (री-यूजेबल) की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।
इसरो ने इसके लिए विकास तरल इंजन को फिर से चालू करने के परीक्षण में सफलता हासिल की है। विकास इंजन का प्रयोग इसरो के लगभग सभी रॉकेटों (एसएसएलवी को छोड़कर) में होता है। नई तकनीक के परीक्षण का उद्देश्य मिशन लॉन्च करने के बाद रॉकेट के उन चरणों को फिर से धरती पर वापस लाना है ताकि, भविष्य के मिशन में उनका बार-बार प्रयोग किया जा सके। इससे उपग्रहों के प्रक्षेपण लागत में काफी कमी आ जाएगी।
विकास इंजन के री-स्टार्ट परीक्षण का मतलब है कि कार्य पूरा होने के बाद रॉकेट के तरल चरण को फिर से सक्रिय किया जाएगा और उसे धरती पर लाया जाएगा। इसरो को भी इसमें कामयाबी मिलती है तो लगभग 175 किमी की ऊंचाई से तरल चरण को वापस धरती पर लाया जा सकेगा और भविष्य के मिशनों में उसका प्रयोग हो सकेगा।
यह भी पढ़ें

ISRO New Chairman: कौन हैं वी नारायणन जो बनेंगे ISRO के नए चीफ, 14 जनवरी को लेंगे एस. सोमनाथ का स्थान


ऐसे हुआ परीक्षण

इसरो ने रॉकेटों के दोबारा प्रयोग के लिए महेंद्रगिरि स्थित केंद्र में विकास इंजन का री-स्टार्ट परीक्षण किया। इसके लिए पहले इंजन को 60 सेकंड तक फायर किया गया। इसके बाद इंजन को बंद कर दिया गया। 120 सेकेंड बाद इंजन को फिर से चालू किया गया और 7 सेकंड तक फायर किया गया। इस दौरान इंजन को बंद करने और फिर सक्रिय कर उसका प्रयोग करने में शत-प्रतिशत सफलता मिली।

Hindi News / National News / …तो अंतरिक्ष से लौट सकेगा रॉकेट, इसरो ने सफलतापूर्वक किया विकास इंजन का री-स्टार्ट परीक्षण

ट्रेंडिंग वीडियो