सरकार ने डॉक्टरों को दी चेतावनी
दूसरी ओर राज्य सरकार ने सामूहिक इस्तीफे को अवैध करार देते हुए डॉक्टरों को कड़ी चेतावनी दी है। सरकार ने कहा कि डॉक्टरों को व्यक्तिगत रूप से इस्तीफा देना होगा। सामूहिक इस्तीफा वैध नहीं है। इसलिए डॉक्टरों को काम करना जारी रखना होगा। राज्य सरकार ने चेतावतनी देते हुए कहा है कि इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों को भविष्य में दोबारा सरकारी नौकरी का मौका नहीं मिलेगा।
आमरण अनशन जारी
जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन बुधवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। कूचबिहार मेडिकल कॉलेज के दो अन्य कनिष्ठ चिकित्सक भी अपने सहकर्मियों के समर्थन में लगातार तीसरे दिन से भूख हड़ताल पर रहे। जूनियर डॉक्टरों ने रक्त दान शिविर आयोजित करने के अलावा मृत चिकित्सक को न्याय की मांग को लेकर शहर के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में पर्चे बांटे। दिल्ली में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) के चिकित्सक भी बुधवार को भूख हड़ताल पर रहे।