बम की धमकी के बाद त्वरित कार्रवाई
बम की धमकी मिलते ही जम्मू पुलिस तुरंत हरकत में आई। सुरक्षा एजेंसियों ने एमएएम स्टेडियम की गहन जांच शुरू की। पूरे स्टेडियम को खंगाला गया और संदिग्ध वस्तुओं की तलाश की गई। राहत की बात यह रही कि जांच के दौरान पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद स्टेडियम को पूरी तरह सुरक्षित घोषित कर दिया गया। जम्मू पुलिस ने अपनी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से यह सुनिश्चित किया कि कार्यक्रम निर्विघ्न तरीके से संपन्न हो सके। अधिकारियों ने बताया कि सभी संभावित खतरे को खत्म करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।
घाटी में त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
कश्मीर घाटी में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक वीके विर्दी ने बताया कि आयोजन स्थलों की निगरानी के लिए ड्रोन और अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां सुनिश्चित कर रही हैं कि कार्यक्रम सुरक्षित और सुचारु रूप से संपन्न हो। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आपसी समन्वय से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया है। हर संवेदनशील इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। सुरक्षा प्रोटोकॉल और जनसुरक्षा पर जोर
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षा एजेंसियां व्यापक प्रोटोकॉल का पालन कर रही हैं। कार्यक्रम स्थलों और आसपास के इलाकों की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं, और प्रवेश स्थलों पर कड़ी जांच की जा रही है। जम्मू और कश्मीर में हर आयोजन स्थल पर उच्चस्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।
76वें गणतंत्र दिवस का महत्व
गणतंत्र दिवस भारत के लिए गर्व और गौरव का दिन है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था, जिससे भारत एक संप्रभु और गणराज्य बना। यह दिन भारतीय लोकतंत्र, स्वतंत्रता, और समानता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड इस दिन का मुख्य आकर्षण होती है। इसके साथ ही, पूरे देश में स्कूलों, सरकारी भवनों, और सार्वजनिक स्थलों पर विभिन्न समारोह आयोजित किए जाते हैं।
जम्मू-कश्मीर में गणतंत्र दिवस की चमक
जम्मू और कश्मीर के एमएएम स्टेडियम में होने वाला मुख्य समारोह इस क्षेत्र के लिए विशेष महत्व रखता है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के झंडारोहण और उमर अब्दुल्ला की उपस्थिति से यह कार्यक्रम और भी खास बनेगा। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम और पुलिस की सतर्कता ने सुनिश्चित किया है कि इस राष्ट्रीय पर्व का जश्न बिना किसी रुकावट के मनाया जा सके। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है और देश को एकजुटता के सूत्र में बांधता है।