”मैं भाग्यशाली हैं कि वह मेरी बहन हैं”
राहुल गांधी ने कहा, “मैं भाग्यशाली हूं कि वह मेरी बहन हैं। अब, आप भी भाग्यशाली हैं कि वह मेरी बहन हैं और आपकी बहन, मां और बेटी की तरह होंगी, इसलिए मुझे विश्वास है कि वह आपकी सबसे अच्छी सांसद साबित होंगी, जो आपको मिल सकती है।” उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “मेरी बहन एक अलग स्तर पर सोचती है। कई राजनेता किसी किसान को देखकर उस पर सिर्फ किसान का लेबल लगा देंगे। मेरी बहन ऐसा नहीं कहेगी, उसके लिए वह एक पिता है और एक भाई है। वह यह समझने की कोशिश करेगी कि वह व्यक्ति किस दौर से गुजर रहा है। वह किसान से बात करेंगी और पूछेंगी कि उचित मूल्य से वंचित होने पर उन्हें कैसा लगता है। जब वह अपने बच्चे की स्कूल फीस का भुगतान नहीं कर सकते थे या जब उनकी मां आईसीयू में थी और वह इसके लिए भुगतान नहीं कर सकते थे तो उन्हें कैसा महसूस हुआ। मैं उसे बहन के रूप में पाकर भाग्यशाली हूं और अब आप सभी भी भाग्यशाली होंगे।”
भारत को प्यार और स्नेह की राजनीति की जरुरत
राहुल गांधी ने कहा, “आप हर जगह देखते हैं, गुस्सा, हिंसा और नफरत दिखाई देती है, लेकिन मानवता कहां है? वह उस तरह की शख्स हैं, जिसने हमारे पिता की हत्या में शामिल लड़की को गले लगाया था। उन्हें इसी तरह की ट्रेनिंग मिली है। भारत को इसी तरह की राजनीति की जरूरत है, जो सिर्फ प्यार और स्नेह की राजनीति करे, न कि नफरत की।” उन्होंने आगे कहा कि आज सुबह जब वह वायनाड आ रही थी तो उनके पास एक लिस्ट है, जहां हम भविष्य में ध्यान केंद्रित करेंगे और वायनाड की मांगों के लिए लड़ेंगे। साथ ही वायनाड को मजबूत करेंगे।