ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप
सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम अकाउंट पर सिद्धू मूसेवाला के 6.9 मिलयन फॉलोअर्स है, तो वहीं यूट्यूब चैनल पर लगभग 1 करोड़ युवाओं के साथ जुड़े हुए थे। अपने गानों में ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने की वजह से उनकी कई बार आलोचना हुई थी। युवाओं को गलत दिशा दिखाने का आरोप लगाया जाता था।
मूस वाला के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने और सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में कई FIR भी दर्ज की गईं। हालाँकि, बाद में सिख योद्धा को गलत छवि दिखाने के लिए लोगों द्वारा उनकी आलोचना करने के बाद उन्होंने माफी जारी की थी।
मूसेवाला का एक गाना ‘पंज गोलियाँ’ विवादों में आ गया था, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के मामले में केस दर्ज किया था। इसके अलावा सिद्धू का एक गाना आया था, ‘जट्टी जियोने मोड़ दी बंदूक वर्गी’। इसमें उन पर 18वीं सदी के सिख योद्धा माई भागो के नाम का कथित रूप से दुरुपयोग करने के मामले में केस दर्ज किया गया था। हालाँकि, विवाद बढ़ने पर उन्होंने माफी माँग ली थी।
सिद्धू मूसेवाला की 4 मई 2020 को दो वीडियो वायरल हुई थी, जिनमें से एक वीडियो में वो 5 पुलिस अफसरों के साथ AK-47 चलाना सीख रहे थे। तो वहीं दूसरे वीडियो में वो पर्सनल गन चला रहे थे। इस वीडियो के वायरल होने के बाद बहुत विवाद हुआ था। साथ ही साथ 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया था। उन पर इस मामले में आर्म्स ऐक्ट के तहत केस भी दर्ज किया गया।
जुलाई 2020 में सिद्धू मूसेवाला को जमानत मिली और जमानत मिलते ही उन्होंने ‘संजू’ गाना रिलीज किया। इस गाने पर खूब हंगामा हुआ था। ‘संजू’ में सिद्धू मूसेवाला ने अपनी तुलना ऐक्टर संजय दत्त से की थी। साथ ही अपने खिलाफ दर्ज केस और FIR को ‘बैज ऑफ ऑनर’ बताया था।
मैं यहीं रहूंगा, यहीं मरूंगा! पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हर रैली में दोहराते थे सिद्धू मूसेवाला
खालिस्तान के समर्थन का आरोपदिसंबर 2020 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला का नाम खालिस्तान समर्थन से भी जुड़ा था। दरअसल, मूसे वाला ने अपना एक गाने- ‘पंजाब: माय मदरलैंड’ में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का समर्थन किया था, उन्होंने एक गाने में खालिस्तानी आतंकी भिंडरवाले की तारीफ़ की थी। गाने में खालिस्तान समर्थक भरपूर सिंह बलबीर का 1980 में दिया एक भाषण के कुछ दृश्य भी शामिल किए गए थे। इसके अलावा वो किसानों के विरोध प्रदर्शनों में भी शामिल रहे। उन्होंने ‘किसान आंदोलन’ का समर्थन भी किया था।
दिसंबर 2021 में राजनीति में कदम रखते हुए, पंजाबी गायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और उन्होंने मनसा से चुनाव भी लड़ा। उन्हें कांग्रेस पार्टी में लाने का श्रेय नवजोत सिंह सिद्धू को जाता है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के विजय सिंगला के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि वह हार गए।
11 अप्रैल 2022 को सिद्धू मूसेवाला ने एक गाना रिलीज किया था, जिसका नाम ‘स्केपगोट’ था। इस गाने में उन्होंने हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में अपनी हार का दुखड़ा सुनाया था। आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि इस गाने में सिद्धू मूसेवाला ने पंजाब के वोटरों को ‘गद्दार’ कहा है। इसे लेकर भी खूब विवाद हुआ था।