राहुल गांधी पर कसा तंज
लोकसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “इन लोगों ने हमेशा देश को गुमराह करने का काम किया है। आज इनकी पार्टी 99 सीट लाकर जश्न मना रही है। इसे अपनी जीत बता रही है। सच सबको मालूम है लेकिन जानते यह काम किसे खुश करने के लिए किया जा रहा है। बालक बुद्धि को बताया जा रहा है कि वो सबसे बेहतर है। कोई छोटा बच्चा जब साइकिल से चलता है और गिर जाता है तो कोई बड़ा आदमी आकर उसे संभालता है। वह रोए नहीं, इसलिए कहते हैं कि अरे चिंटी मर गई। तुम तो अच्छे से साइकिल चलाते हो। उस बच्चे का मन बहला देते हैं। कांग्रेस 99 सीटें ला कर खुश है। लेकिन वह 100 में से 99 नहीं बल्कि 543 में से 99 सीटें जीती है और हार का रिकॉर्ड बनाया है।”
कांग्रेस परजीवी पार्टी बन गई है- PMModi
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आगे कहा, “कांग्रेस के नेताओं के बयानों में बयानबाजी ने शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। आप सबको शोले फिल्म की मौसीजी याद होंगी। तीसरी बार तो हारे हैं पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है न। 13 राज्यों में जीरो सीटें आई हैं। अरे मौसी 13 राज्यों में जीरो सीटें आई हैं पर हीरो तो हैं न। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है। अरे मौसी पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है। कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ। फर्जी जीत के नशे में मत डुबाओ. ईमानदारी से जनादेश को समझने की कोशिश करो, उसे स्वीकार करो. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के जो साथी दल हैं, उन्होंने इस चुनाव का विश्लेषण किया है कि नहीं किया है। ये चुनाव इन साथियों के लिए भी एक संदेश है। अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है और इसीलिए कांग्रेस, परजीवी कांग्रेस बन चुकी है। यह तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं। आपके माध्यम से सदन और सदन के माध्यम से देश के सामने कुछ आंकड़े रखना चाहता हूं। जहां-जहां बीजेपी-कांग्रेस की सीधी फाइट थी, जहां कांग्रेस मेजर पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 परसेंट है। लेकिन जहां वो किसी का पल्लू पकड़ के चलते थे, ऐसे राज्यों में उनका स्ट्राइक रेट 50 परसेंट है। कांग्रेस की 99 सीटों में से ज्यादातर सीटें उनके सहयोगियों ने जिताया है और इसलिए कह रहा हूं कि परजीवी कांग्रेस है। 16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वोट शेयर गिर चुका है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और 64 में से सिर्फ दो सीट जीत पाई है। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर के सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था।”