2016 के बाद का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा
साल 2016-17 के बाद इतना बड़ा रेल हादसा हुआ है। पिछले करीब 7 सालों से रेल हादसों पर विराम लग गया था, लेकिन इस हादसे ने रेलवे की सुरक्षा कवच स्कीम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि 2016 में कानपुर के पुखरायां के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 150 लोगों की जान गई थी। इससे पहले 22 मई, 2012 को हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के पास एक मालगाड़ी से टकरा हुई थी। जिसमें 25 यात्रियों की मौत हो हुई थी।
रेलवे के सुरक्षा कवच पर उठे सवाल
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक सवाल के बताया था कि भारतीय रेलवे की दुर्घटना रोधी प्रणाली कवच को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन के प्लान के तहत दक्षिण मध्य रेलवे पर 1,455 रूट किलोमीटर पहले ही कवर किए जा चुके हैं। वहीं, देशभर में आरडीएसओ की तरफ से तेजी से काम किया जा रहा है।
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