इसके साथ ही भारतीय सेना ने राजौरी मुठभेड़ में उस जगह का भी खुलासा किया है जहां से बैठकर वह भारतीय सैन्यबलों पर गोली चला रहा था। आतंकी बहुत ही दुर्गम इलाके में छुपे हुए थे। इसके कारण भारतीय सेना के दो सैन्य अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गए। यहीं से वह गोली चला रहे थे। कारी एक प्रशिक्षित निशांची था। इसके कारण भारतीय सेना को बड़ा नुकसान हुआ।
श्वान को सम्मान
भारतीय सेना के श्वान डोमिनों ने आपरेशन सोलकी में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। इसने ही आतंकियों कहां छिपे इस बात का पता लगाया था। इसके बाद ही सैन्य बलों ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। भारतीय सेना के उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सम्मानित किया है। इसके साथ ही इस मुठभेड़ में घायल जवानों से मुलाकात कर उनके चल रहे इलाज की जानकारी ली और कुशलक्षेम पूछा।
भारतीय सेना ने बरामद किया गोला बारूद
सरनियाल बनिहाल जंगल में भारतीय सेना ने आतंकी हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। इसमें एके 47 की तीन मैगजीन, 120 से अधिक गोलियां, छह पाकिस्तानी और चीनी ग्रेनेड, दो डेटोनेटर और एक एफएम ट्रांसरिसीवर सहित 300 ग्राम विस्फोटक सामग्री शामिल है।