NSA की इस बैठक में भारत के अलावा उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, रूस, ईरान, कजाख्स्तान, किर्गिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए। एनएसए अजीत डोभाल ने कहा, हम सब अफगानिस्तान से संबंधित मुद्दों पर बात करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। इस बैठक की मेजबानी करना भारत के लिए सौभाग्य की बात है। हम सब अफगानिस्तान में हो रही घटनाओं को गौर से देख रहे हैं।
ताजिकिस्तान सुरक्षा परिषद के सचिव ने कहा, ताजिक-अफगान सीमाओं पर हालात चिंताजनक बने हुए हैं। अफगानिस्तान के साथ हमारी सीमा की लंबाई ज्यादा है, ऐसे में मौजूदा स्थिति में मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद का खतरा भी ज्यादा बढ़ गया है। यह भी पढ़ेंः Crusie Drug Case नवाब मलिक का आरोप, फडणवीस के इशारे पर हुई महाराष्ट्र में उगाही, नकली नोटों के धंधे से भी कनेक्शन कजाकिस्तानः अफगानिस्तान को मदद की जरूरत
कजाकिस्तान राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के अध्यक्ष करीम मासीमोव ने कहा, हम अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं। अफगानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। देश सबसे बड़े मानवीय संकट का सामना कर रहा है। अफगानिस्तान को इस समय मदद की जरूरत है।
ईरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव, रियर एडमिरल अली शामखानी ने कहा कि अफगानिस्तान में पलायन की समस्या विकट है, जिसका समाधान एक समावेशी सरकार के गठन और सभी जातीय समूहों की भागीदारी के साथ आ सकता है। उम्मीद है कि इस समस्या को हल करने के लिए एक तंत्र बनेगा।