बताया गया कि इससे 10 हजार किसानों को फायदा होगा। इस प्लांट में प्रतिदिन 65 हजार लीटर एथेनॉल का निर्माण किया जाएगा, जिसे आयल मार्केटिंग कंपनी को बेचा जाएगा। इन कम्पनियों में इंडियन ऑयल,भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम शामिल हैं। इसके लिए तेल मार्केटिंग कंपनियों से 10 साल का करार किया गया है। इस प्लांट के शुरू होने से सीमांचल के विकास का द्वार भी खुलेगा।
इस प्लांट को लेकर बिहार सरकार काफी उत्साहित है। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केंद्र और राज्य की इथेनॉल पॉलिसी 2021 के बाद, ग्रीनफील्ड ग्रेन आधारित देश का पहला इथेनॉल प्लांट होगा। बिहार देश का एथेनॉल हब बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ने लगा है। प्लांट खुलने से लोगों को रोजगार भी मिलेगा। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर करीब 250 लोगों को रोजगार मिलेगा। 15 एकड़ में केनगर प्रखंड के परोरा में 105 करोड़ की लागत से स्थापित ग्रीनफील्ड ग्रेन बेस्ड एथेनॉल प्लांट के उद्घाटन के साथ ही बिहार के साथ-साथ पूर्णिया का भी नाम उद्योग क्षेत्र के इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2021 के तहत बिहार में पहले चरण में 17 इथेनॉल उत्पादन ईकाईयां स्थापित हो रही हैं। इनमें से चार बनकर तैयार हैं। जिनमें से आज पहले ग्रेन बेस्ड एथेनॉल प्लांट का शुभारंभ हो जाएगा और इसके अलावा 3 और इकाइयां जिनमें से दो गोपालगंज में हैं और 1 आरा में – इनका भी शुभारंभ जल्द होगा।