राहुल गांधी के मामले में नीतीश की चुप्पी सवाल उठा रही-
राजनीतिक खेमेबाजी बदलने के कारण ही नीतीश कुमार के आलोचक उन्हे ‘पलटू कुमार’ की उपमा दे चुके हैं। इधर कुछ दिनों से नीतीश कुमार का मेलजोल और व्यवहार बदला-बदला सा नजर आ रहा है। मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की कैद की सजा हो या उनकी सांसदी समाप्त किए जाने का निर्णय, इन दोनों फैसलों पर विपक्ष के तमाम नेता सरकार के खिलाफ बोलते नजर आए। लेकिन नीतीश कुमार चुप्पी की चादर ओढ़े रहे।
अमित शाह के करीबी भाजपा नेता के घर पहुंचे नीतीश-
राहुल गांधी मामले में चुप्पी के अलावा बीती रात नीतीश कुमार ने कुछ ऐसा कि उनके पलटी मारने की अटकलें तेज हो गई। दरअसल रविवार की रात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के विधान परिषद के सदस्य और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नजदीकी माने जाने वाले संजय मयूख के घर पहुंच कर खरना का प्रसाद ग्रहण किया।
नीतीश की एनडीए से नजदीकियां तो नहीं बढ़ रही-
इसके बाद राज्य की सियासत में तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। भाजपा नेता संजय मयूख के घर नीतीश कुमार के पहुंचने के बाद सवाल उठाए जाने लगे कि क्या फिर से नीतीश कुमार का हृदय परिवर्तन हो रहा है और एनडीए से नजदीकियां तो नहीं बढ़ रही हैं। जदयू के नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार भी मयूख के घर प्रसाद ग्रहण पहुंचे थे। प्रसाद ग्रहण कर वहां हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनंद उठाया।
अटकलों को अफवाह बता रहे नेता, लेकिन नीतीश कब बदल जाए यह कोई कह नहीं सकता
नीतीश के भाजपा नेता के घर पहुंचने से उनके पलटी मारने की अटकलें तेज है। लेकिन दोनों ओर से इन अटकलों को अभी महज अफवाह बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े कह चुके हैं कि नीतीश के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बन्द हो गए हैं।
इधर, जदयू की प्रवक्ता अंजुम आरा इस किसी भी कयास पर पूर्णविराम लगाते हुए कहती हैं कि बिहार में महागठबंधन एकजुट है। उन्होंने कहा भाजपा के नेता मयूख का मुख्यमंत्री को प्रसाद के लिए आमंत्रण मिला और वे यहां पहुंचे। इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। लेकिन यह भी सच है कि नीतीश की राजनीति कब बदल जाए यह कोई कह नहीं सकता।
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