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Nirmala Sitharaman: रक्षामंत्री रहते हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक, अब मोरारजी देसाई का तोड़ेंगी रिकॉर्ड, वित्त मंत्री के सामने होंगे ये 6 चुनौतियां

Nirmala Sitharaman: भाजपा की राजनीति में तेजी से सीढ़ियां चढ़ने वालीं महिला चेहरे के रूप में निर्मला सीतारमण की पहचान है। पार्टी में आने के 6 साल में ही वे केंद्रीय मंत्री बन गईं थीं। पढ़िए नवनीत मिश्र की विशेष रिपोर्ट…

नई दिल्लीJun 23, 2024 / 09:12 am

Shaitan Prajapat

Nirmala Sitharaman: भाजपा की राजनीति में तेजी से सीढ़ियां चढ़ने वालीं महिला चेहरे के रूप में निर्मला सीतारमण की पहचान है। पार्टी में आने के 6 साल में ही वे केंद्रीय मंत्री बन गईं थीं। सिर्फ दो दशक पुराने राजनीतिक करियर में 10 साल मंत्री रह चुकीं हैं। अब मोदी 3.0 में भी वे लगातार दूसरी बार बतौर वित्त मंत्री देश के खजाने की चाबी संभाल रहीं हैं। तमिलनाडु से आकर दिल्ली के जेएनयू से अर्थशास्त्र में मास्टर्स की शिक्षा हासिल करने वालीं निर्मला देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त और रक्षामंत्री हैं। हालांकि, इससे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अस्थायी तौर पर वित्त और रक्षा मंत्रालय संभाल चुकीं हैं। निर्मला खरी-खरी और दो टूक बोल के लिए जानी जाती हैं। उनका यह बयान खासा चर्चा में रहा था, जब चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कह दिया था कि मेरे पास पैसे नहीं हैं….।
तमिलनाडु के मदुरै में 18 अगस्त 1959 को जन्मीं 64 वर्षीय निर्मला सीतारमण ने तिरुचिरापल्ली के कॉलेज से अर्थशास्त्र से स्नातक की शिक्षा हासिल करने के बाद जेएनयू से मास्टर्स और एमफिल की शिक्षा हासिल कीं। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने ब्रिटेन में प्राइस वॉटर हाउस कूपर्स व एक होम डेकोर कंपनी में काम किया। वे बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के लिए भी कार्य कर चुकीं हैं।

मिलता रहा बड़ा अवसर

सीतारमण 2003 से 2005 के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रहीं और 2008 में भाजपा में शामिल हुईं तो उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी मिली। मोदी के पहले कार्यकाल में मोदी उन्हें पहले वित्त राज्य मंत्री और बाद में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार का जिम्मा मिला। तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बन कर चले गए तो प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें रक्षा मंत्री जैसा बड़ा ओहदा दिया। मोदी 2.0 में वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली।

रक्षामंत्री रहते हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक

निर्मला सीतारमण के रक्षामंत्री रहते ही 2019 में पुलवामा हमले के जवाब में बालाकोट एयरस्ट्राइक हुई, जिसमें सेना के मुताबिक 170 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। वे पहले आंध्र प्रदेश और 2016 से कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं।

मोरारजी देसाई का तोड़ेंगी रिकॉर्ड

वित्त मंत्री के रूप में निर्मला का कार्यकाल सफल कहा जा सकता है। इस दौरान भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना तो देश की विकास दर भी अपेक्षित रही। अब तक 5 पूर्ण और एक अंतरिम सहित कुल छह बजट पेश कर निर्मला सीतारमण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की बराबरी कर चुकीं हैं। नई लोकसभा में इसी साल जुलाई में सातवां बजट पेश करते ही वह देश के सभी वित्त मंत्रियों को पीछे छोड़ देंगी।

चुनौतियां

  • महंगाई के कारण जनता में बढ़ते असंतोष को रोकना
  • इनकम टैक्स की उच्च दर से राहत दिलाना
  • भारत की उच्च वृद्धि का लाभ देश की व्यापक आबादी तक पहुंचाना
  • नौकरियों और स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाना
  • निजी निवेश से रोजगार के अवसरों में वृद्धि
  • देश के राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण रखना
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