इससे पहले ईडी ने नवाब मलिक से उनके घर पर एक घंटे पूछताछ करने के बाद उन्हें अपने साथ ईडी के दफ्तर ले गए, जहां सात घंटे और पूछताछ कर 3 मार्च तक के लिए हिरासत में ले लिया था।
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नवाब मलिक के खिलाफ ईडी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। इसकी शुरुआत ईडी को कुछ रियल एस्टेट परियोजनाओं में नवाब मलिक के बेनामी निवेश का विवरण मिलने से हुई। ईडी ने इस मामले में 18 फरवरी को दाऊद के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था। इसी केस में ईडी ने छोटा शकील के सहयोगी सलीम कुरैशी से भी पूछताछ की।
3 फरवरी को, NIA को सूचना मिली थी कि दाऊद इब्राहिम आतंकी फंड जुटा रहा है और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद (खीट) और अल कायदा (अद) जैसे आतंकी संगठनों के साथ काम कर रहा है। वह करीबी सहयोगियों के माध्यम से भारत में आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित कर रहा था।
ईडी ने दाऊद के खिलाफ PMLA का मामला दर्ज किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने दाऊद के सहयोगी के परिसरों से नौ छापे मारे और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए थे। इसके साथ नवाब मलिक पर करोड़ों की जमीन कम दाम में खरीदने संबंधी मामला भी है।
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