पूर्व फौजी के सिर पर इतनी हैवानियत सवार थी कि उसने छह माह के भतीजे और पांच साल की भतीजी को भी नहीं बख्शा। पिता ओमप्रकाश ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें भी पीट पीटकर अधमरा कर दिया। एक भतीजी इस घटना में घायल बची है। इसका पीजीआई में दवा चल रही है।
पुलिस ने बताया है कि दो भाईयों के बीच दो एकड़ जमीन थी। इसमें रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले रास्ते को लेकर बहस भी हुई थी। इसके बाद पूर्व फौजी भाई ने मन ही मन रंजिश रख ली और फिर मौका मिलते ही उसने मां, भाई, भाभी, भतीजे और भतीजी की हत्या कर दी।
पूरे गांव में छाया मातम
नारायणगढ़ पुलिस ने सभी के शवों को छावनी नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। घायल पिता ओम प्रकाश का अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने इस हत्याकांड में मृतकों की पहचान 35 वर्षीय हरीश, उसकी पत्नी 32 वर्षीय सोनिया, मां 65 वर्षीय सरोपी, बेटी पांच वर्षीय यशिका और बेटे 6 माह के मयंक के रूप में की है।
हत्यारा मौके से हुआ फरार, एसपी ने गठित की टीमें
इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पूर्व फौजी मौके से फरार हो गया है। हत्याकांड की खबर मिलते ही रात तीन बजे एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया मौके पर पहुंच गए। हत्यारे को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी। अंबाला पुलिस की टीम अब हत्यारे को जगह जगह तलाश रही है।