राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार सुबह तक प्रदेश में एक एनएच 707 समेत 128 सड़कें यातायात के लिए ठप रहीं। सड़कें बंद होने से ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दूर दराज के कई ग्रामीण इलाकों में सड़कों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। इसके अलावा 382 बिजली ट्रांसफार्मर व 45 पेयजल परियोजनाएं भी ठप चल रही हैं। कुल्लू जिला में सबसे ज्यादा 184 ट्रांसफॉर्मर बंद पड़े है। इसी तरह चंबा में सबसे ज्यादा 54 सड़कें अवरुद्ध है।
बारिश के कारण भट्टू पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने पर पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही। बताया जा रहा है कि मानसून की भारी बारिश से 1003 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति भी बरसात की भेंट चढ़ गई है। यहीं नहीं, भारी बारिश के कारण लगभग 90 मकान क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं कुछ लोगों का आशियाना उनसे छीन गया है। इस मानसून सीजन के दौरान आई आपदा में अब तक 200 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है। वहीं, 377 घायल हुए हैं और 800 लापता हैं। 116 पशुओं की भी मौत हुई है।