ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट की उम्मीदवार लालरिनपुई ने लुंगलेई पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। इसी पार्टी की उम्मीदवार और टेलीविजन एंकर बेरिल वन्नेइहसांगी आइजावी दक्षिण-3 सीट से चुनी गईं। इसके अलावा मिजो नेशनल फ्रंट की प्रावो चकमा ने वेस्ट तुइपुई सीट से जीत हासिल की।
लालरिनपुई और प्रावो ने कांग्रेस पुरुष उम्मीदवारों को हराया जबकि बैरिल वन्नेइहसांगी ने अपनी एमएनएफ प्रतिद्वंद्वी को हराया। ईसाई बहुल मिज़ो समाज में पितृसत्तात्मक संस्कृति है। मिजोरम के मुख्य राजनीतिक दलों ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में शायद ही महिला उम्मीदवारों को नामांकित किया हो। 2013 और 2018 में कोई महिला उम्मीदवार चुनाव नहीं जीती थी।
16 महिला उम्मीदवारों ने लड़ा था चुनाव
मिजोरम में सात नवंबर को हुए चुनाव में कुल 174 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। इसमें 16 महिलााएं थी। 2018 में 209 उम्मीदवारा थे। इसमें 18 महिलाएं थी। 2013 में 136 उम्मीदवार थे। इसमें महज छह महिलाओं ने चुनाव लड़ा था। मिजोरम में विधायिका के लिए चुनी गई पहली महिला (1972 में 30 सदस्यीय विधायिका के साथ केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था) पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की एल. थानमावी थीं।