दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास पर शनिवार देर रात को सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई थी। सीएम आवास की सुरक्षा में सेंध लगाकर एक व्यक्ति दीवार पार कर मुख्यमंत्री आवास परिसर में घुस गया था। शख्स का नाम हाफिजुल मुल्ला बताया जा रहा है। वह पूरी रात घर के अंदर ही रहा। सुबह के समय जब पुलिसवालों की निगाह उस पर पड़ी तो उसे गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री और उसके आवास की सुरक्षा बहुत कड़ी होती है, उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा दी जाती है। ऐसे में पुलिस अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि वह व्यक्ति जेड-श्रेणी के सुरक्षा क्षेत्र में कैसे घुस गया। पुलिस अधिकारी ने बताया, “शुरुआती पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति ने कहा कि उसने मुख्यमंत्री के आवास को लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय समझ लिया और परिसर में घुस गया। लेकिन जब उससे पूछा गया कि वह उस समय पुलिस मुख्यालय क्यों जाना चाहता था तो वह कोई उचित जवाब नहीं दे सका।”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30-33 साल का आरोपी हाफिजुल मुल्ला उत्तर 24 परगना जिले के हसनाबाद का निवासी है। पूछताछ के दौरान पहले उसने खुद को फल विक्रेता बताया और फिर बाद में ड्राइवर होने का दावा किया। अधिकारी कालीघाट पहुंचने से पहले आरोपी कहां-कहां से गुजरा था, इसका पता लगा रहे हैं। पुलिस ने मुल्ला पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 458 के तहत मामला दर्ज किया है और उसे 11 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
वहीं सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में मुख्यमंत्री के आवास पर हुई सुरक्षा चूक के मामले को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई। मुख्य सचिव एच के द्विवेदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में यह चर्चा की गई कि उस दिन का सुरक्षा प्रभारी कौन था? कैसे एक अजनबी ने सुरक्षा घेरा तोड़कर मुख्यमंत्री के घर में प्रवेश किया और सुरक्षा कैसे बढ़ाई जा सकती है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा और ज्यादा सख्त कर दी गई है।