किसानों ने तीन बार दिल्ली जाने का किया प्रयास
बता दें कि 101 किसानों (Kisan Andolan) के एक जत्थे ने 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और फिर 14 दिसंबर को पैदल दिल्ली में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। पुलिस ने
किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार भी की, जिससे करीब 17 किसान घायल हो गए।
पंधेर ने SKM को लिखा पत्र
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने राकेश टिकैत के नेतृत्व वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को भी पत्र लिखा, ताकि पंजाब-हरियाणा सीमा पर विरोध (Farmers Protest) कर रहे किसानों में शामिल हो सकें। किसान नेता पंधेर ने कहा हमने उन भाइयों की तरफ हाथ बढ़ाया है जो दिल्ली आंदोलन-2 (दिल्ली चलो मार्च) में हिस्सा नहीं ले पाए थे। हमने उनसे कहा कि वे किसानों और मजदूरों के हित में जो भी मतभेद (यूनियनों के बीच) हैं, उन्हें भूल जाएं। हमने अपने भाइयों को एक पत्र लिखा है। हम उनसे (एसकेएम) सकारात्मक संदेश की उम्मीद करते हैं।
SKM दिल्ली चलो मार्च का नहीं था हिस्सा
एसकेएम “दिल्ली चलो” मार्च के आह्वान का हिस्सा नहीं था। अपने पत्र में किसान नेता ने उल्लेख किया कि विरोध के मौजूदा चक्र से पहले एकता बनाने के प्रयास विभिन्न कारणों से असफल रहे हैं।