इससे पहले रविवार को भारत की राजधानी नई दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रविवार करीब चार बजे कर आठ मिनट पर यह झटका गाजियाबाद, नोएडा सहित पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंप केंद्र ने बताया है कि इसकी भूकंप तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 3.1 रही। इसकी गहराई दस किलोमीटर रही। इसका केंद्र फरीदाबाद से नौ किलोमीटर पूर्व दिशा की तरफ रहा।
तीन अक्टूबर को नेपाल से लेकर दिल्ली और एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में जबरदस्त भूकंप के झटके लगे थे। इसकी तीव्रता 6.2 थी। एक के बाद एक चार भूकंप ने पूरे उत्तर भारत को हिलाकर रख दिया था। भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि लोग घर, कार्यालय छोड़कर सड़क पर निकल आए थे। आपको बता दें कि पृथ्वी चार परतों में बंटी है। इसमें से मेंटल कोर की 50 किलोमीटर मोटी परत है। इसे टेक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। यह खिसकती रहती हैं। इनकी हलचल से जब अधिक दबाव बनता है तो धरती हिलती है और इसे ही भूकंप कहा जाता है।
उत्तराखंड में सुबह कांपी धरती
Earthquake in Pithpragarh: उत्तराखंड में सोमवार को करीब सवा नौ बजे एक फिर से भूकंप से धरती डोल गई। पिथौरागढ़ में सोमवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक यह भूकंप पिथौरागढ़ से 48 किमी उत्तर पूर्व में 5 किमी की गहराई में आया था। भूकंप झटके के कारण काफी अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। लोग अपने घरों बाहर निकल आए।