इस दौरान अनुरोध किया कि ‘खालसा पंथ’ के हित में उन्हें लोकसभा का चुनाव खडूर साहिब से लड़ना चाहिए। यह अनुरोध उन्होंने स्वीकार करते हुए र्निदलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की स्वीकृति दे दी है। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि वह गुरुवार को अपने बेटे से मिलने के बाद ही कुछ बता पाएंगे। वह राजनीति में आने का इच्छुक कभी नहीं था।
गौरतलब है कि ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को अपने नौ सहयोगियों के साथ फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद किया गया है।
दरअसल, 23 फरवरी 2023 को अजनाला में अमृतपाल और उसके समर्थक बैरिकेड्स तोड़कर पुलिस स्टेशन में घुस गए थे। लवप्रीत सिंह तूफान की रिहाई को लेकर पुलिस से तनातनी हो गई थी। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। मार्च में जालंधर पुलिस से बचकर भाग निकला था, लेकिन 23 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था।