दुबई या बांग्लादेश का हो सकता है सिम
CBI के एक अधिकारी ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल सिम दुबई या फिर बांग्लोदश का हो सकता है। इस नंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह सिम किसके नाम पर और कहां से लिया गया। अधिकारी ने बताया कि ऐसी घटनाओं में विदेशी सिम का इस्तेमाल इसलिए किया गया क्योंकि संदिग्ध कृत्य को छुपा रहा है। विदेशी कंपनियां ग्राहक की जानकारी साझा नहीं करती हैं। अक्सर विदेश से प्रीपेड सिम खरीदकर उसे भारत में इस्तेमाल किया जाता है। यह तरीका पहले भी विभिन्न जांचों में सामने आ चुका है।
शव का नमूना लेने से लेकर अंतिम संस्कार तक कई गलतियां
CBI के अधिकारियों का कहना है कि महिला डॉक्टर के शव से नमूने इकट्ठा करने से लेकर अंतिम संस्कार तक की प्रक्रिया में कई गलतियां हुई हैं। इससे इस बात का शक है कि कहीं जांच में जानबूझकर रुकावट तो नहीं डाली गई। शुरुआती दौर में ऐसा लग रहा था कि जल्दबाजी में कुछ गलतियां हुईं, लेकिन अब लगता है कि इसके पीछे किसी अनुभवी दिमाग की योजना हो सकती है।
‘प्रभावशाली’ व्यक्ति का हो सकता है हाथ
डॉक्टर की हत्या में सिम प्रयोग करने वाला व्यक्ति बहुत ही ‘प्रभावशाली’ व्यक्ति हो सकता है। वह इस मामले में सीधे तौर पर शामिल न होने के बावजूद किसी पुलिस अधिकारी की भी छाया इस घटना के पीछे हो सकती है। सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है कि इस विदेशी सिम के जरिए कॉल करने वाला व्यक्ति कौन है और उसका उद्देश्य क्या था। सच सामने लाने के लिए इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।