फ्लोरोना को लेकर अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक यह कोई नई बीमारी नहीं है बल्कि यह दोहरा संक्रमण है। इसमें मरीज कोविड-19 वायरस और इंफ्लूएंजा वायरस से एक साथ संक्रमित हो जाता है। ऐसे में यह दोगुना खतरनाक हो जाता है। खास बात यह है कि कोरोना महामारी के सामने आने के दो साल से अधिक समय के बाद पहली बार कोविड-19 महामारी का ऐसा संक्रमण देखा गया है।
अगर फ्लोरोना से संक्रमित मरीज के लक्षणों की बात करें तो इंफ्लूएंजा वायरस के संक्रमण में निमोनिया, मायोकार्डिटिस जैसे कई गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं। जिसके चलते कई बार मरीज की मौत भी हो सकती। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 के साथ इससे संक्रमित होना ही दहशत जैसे माहौल बनाने की आशंका पैदा कर रहा है।
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लइजराइल में मिला फ्लोरोना का पहला केस
बता दें कि इजराइल में फ्लोरोना का पहला मामला सामने के बाद से अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय और सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ने चेतावनी जारी की है कि ये संक्रमण तेजी से फैल सकता है या फैल रहा है जब पिछले एक हफ्ते से 1800 से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। बता दें कि इजराइल में यह संक्रमण सामने आने के साथ लोगों को कोरोना वैक्सीन की चौथी डोज लगाई जा रही है।
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स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को दी ये सलाह
इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने छह महीने से अधिक उम्र के सभी लोगों को इंफ्लूएंजा की वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि यह कोरोना वैक्सीन के साथ दी जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लोरीना को लेकर अभी अधिक जानकारी की जरूरत है। ऐसे में हमें सतर्क रहने की जरूरत है।