गणतंत्र दिवस के 10 रोचक तथ्य
संविधान लागू होने का दिनगणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया जाता है, जब भारतीय संविधान को लागू किया गया और भारत एक संप्रभु गणराज्य बना। पहला गणतंत्र दिवस समारोह
भारत का पहला गणतंत्र दिवस समारोह 1950 में दिल्ली के राजपथ पर हुआ था। इस दिन कोई परेड नहीं हुई थी, क्योंकि भारतीय सेना के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे।
भारतीय संविधान को तैयार करने में लगभग 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे थे। इसे डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता वाली संविधान सभा ने तैयार किया था। राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण
गणतंत्र दिवस के दिन हर साल राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। यह कार्यक्रम दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होता है।
गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली में आयोजित होती है, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के विभिन्न दस्ते शामिल होते हैं। यह परेड दुनिया के सबसे बड़े सैन्य परेडों में से एक मानी जाती है।
हर साल एक विदेशी नेता या प्रमुख मेहमान को गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। यह परंपरा 1950 से जारी है। सांस्कृतिक कार्यक्रम
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में विभिन्न राज्यों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाती हैं, जिसमें पारंपरिक नृत्य, संगीत और लोक कला का प्रदर्शन होता है।
इस दिन वीरता पुरस्कार जैसे परम वीर चक्र, महावीर चक्र और वीरता पुरस्कार जैसे राष्ट्रीय सम्मान भी प्रदान किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन
तिरंगे का डिजाइन पिंगली वेंकय्या ने तैयार किया था। इसमें तीन रंग (केसरिया, सफेद और हरा) और एक नीला अशोक चक्र होता है।
2021 में, भारतीय सेना की महिला अधिकारी कर्नल मंजीत कौर ने पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में एक यूनिट का नेतृत्व किया, जो महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।