भारत छोड़ो आंदोलन का भी RSS ने किया था विरोध
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी-शाह के पुरखों ने 1942 में “भारत छोड़ो” आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के आह्वान और मौलाना आज़ाद की अध्यक्षता वाले आंदोलन का विरोध किया था। उन्होंने यह दावा किया कि यह सभी जानते है कि आपके पुरखों ने 1940 में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल, सिंध और NWFP में अपनी सरकार बनाई।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर लगाया ये आरोप
पार्टी अध्यक्ष खरगे ने बीजेपी से यह सवाल पूछा कि क्या श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने तत्कालीन अंग्रेज़ी गवर्नर को ये नहीं लिखा कि 1942 के देश व कांग्रेस के भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाना चाहिए और इसके लिए वे अंग्रज़ों का साथ देने के लिए तैयार है? उन्होंने आगे यह कहा कि पीएम मोदी-शाह व उनके नामित अध्यक्ष आज कांग्रेस घोषणापत्र के बारे में उल्टी-सीधी भ्रांतियां फैला रहें हैं।
पीएम मोदी के भाषणों में आरएसएस की बू आती है: खरगे
कांग्रेस के नेता खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषणों में केवल आरएसएस की बू आती है। उन्होंने यह दावा किया कि दिन ब दिन भाजपा की चुनावी हालात इतनी खस्ता होती जा रही है और आरएसएस को अपने पुराने मित्र मुस्लिम लीग की याद सताने लगी है।
कांग्रेस मेनिफेस्टो में 140 करोड़ लोगों की आशाएं शामिल
उन्होंने कहा कि सच तो केवल यह है कि कांग्रेस न्याय पत्र में हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोगों की आशाओं व आकांक्षाओं की छाप है। उनकी सम्मिलित शक्ति, मोदी जी के 10 सालों के अन्याय काल का अंत करेगी।
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