दिल्ली वासियों को लगातार बीते कई सालों से प्रदूषण (Pollution) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अब इस समस्या से निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान को एजेंसियों और पड़ोसी राज्यों की सरकारों से बात करने और उनके सुझाव जानने के बाद लागू करने की तैयारी है।
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कोरोना से जंग के बीच इस बीमारी ने बढ़ाई चिंता, तीन साल बाद सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कदम उठा रही हैं। हाल में दिल्ली के दो इलाकों में स्मॉग टावर भी लगाए हैं। पहला कनॉट प्लेस पर और दूसरा आनंद विहार इलाके में लगाया गया है। ये कामयाब होते हैं तो ऐसे कई टावर राजधानी में लगाए जाएंगे।
इसके अलावा सर्दी के दिनों में पराली जलाए जाने और फॉग के कारण दिल्ली में काफी प्रदूषण हो जाता है। ऐसे में केजरीवाल सरकार ने इससे निपटने के लिए विंटर एक्शन प्लान तैयार किया है।
विंटर एक्शन प्लान में इन 10 बातों पर फोकस
विंटर एक्शन प्लान में 10 मुख्य बातों पर फोकस किया गया है। इनमें इसमें पराली को सबसे ऊपर रखा गया है। पराली के बाद व्हीकल, डस्ट पॉल्यूशन, वेस्ट बर्निंग, हॉट स्पॉट ( ज्यादा पॉल्यूशन क्षेत्र) , स्मॉग टॉवर को लगाना, पड़ोसी राज्यों से बात, वॉर रूम को और बढ़ाना, ग्रीन एप को अपडेट, सेंट्रल गवर्मेंट / कमीशन के साथ बात शामिल है।
14 को होगी समीक्षा बैठक
आप नेता गोपाल राय के मुताबिक पराली दिल्ली के प्रदूषण की मुख्य वजह है। दिल्ली के अंदर मल्टीपल एजेंसी काम करती हैं। 14 सितंबर को हम ऑल डिपार्टमेंट के साथ एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसमें एनडीएमसी, तीनों mcd, पीडब्ल्यूडी, फ्लड डिपार्टमेंट, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के साथ मिलकर उनसे उनके सुझाव मांगेंगे।
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Delhi Weather News Updates Today: दिल्ली में आज भी हल्की बारिश के आसार, पूरे हफ्ते जारी रहेगा सिलसिला 15 सितंबर के बाद से पराली जलाना शुरू हो जाएगा। वहीं दिल्ली सरकार के इस एक्शन प्लान को 30 सितंबर को फाइनल रूप देने के बाद लागू किया जा सकता है।
हाल में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि दिल्ली लगातार तीसरे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। यह बात स्विश ग्रुप IQ Air की स्टडी में सामने आई थी। दरअसल, स्विस ग्रुप ने फेफड़े को नुकसान पहुंचाने वाले एयरबोर्न पार्टिकल PM2.5 के आधार पर वायु गुणवत्ता मापकर रिपोर्ट जारी की थी।