अलग-अलग बयान दे रहे पांचों गिरफ्तार आरोपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पांचों आरोपी पूछताछ के दौरान अलग-अलग बयान दे रहे हैं। इन आरोपियों में से कुछ गाड़ी के नीचे लड़की के फंसे होने की जानकारी होनी की बात कर रहे हैं जबकि कुछ ऐसी जानकारी न होने की बात कह रहे हैं। इसी वजह से दिल्ली पुलिस आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट (Lie Detector Test) करवाने का प्लान कर रही है। दूसरी ओर आज गिरफ्तार आरोपियों की रिमांड भी पूरी हो रही है।
आज गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा रिपोर्ट
इधर इस मामले में विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने बुधवार शाम सुल्तानपुरी थाने का दौरा किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “पीसीआर विभाग के लोगों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई ढिलाई थी। जांच अभी भी जारी है और इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) को सौंपे जाने की संभावना है।”
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दूसरी बार सुल्तानपुरी थाने पहुंची थी विशेष आयुक्त
यह दूसरी बार है जब सिंह ने घटना से संबंधित मामले की फाइलों की जांच और विश्लेषण के लिए जांच के तहत सुल्तानपुरी का दौरा किया। डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा के साथ, सिंह 2-3 जनवरी की रात को अपराध स्थल पर पहुंची थी और 12 किलोमीटर के उस जगह का चक्कर लगाया था, जिस पर कार द्वारा महिला को घसीटा गया था। सोमवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मामले में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए सिंह के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया था।
FSL रिपोर्ट में कार में मिल खून के धब्बे
बुधवार को आई FSL रिपोर्ट से पता चला है कि कार के अंदर कोई महिला नहीं थी। कार के फ्रंट लेफ्ट व्हिल पर खून के धब्बे मिले हैं। कहा जा रहा है कि अंजलि इसी पहिए पर फंसी थी। इससे पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी तरह के सेक्सुअल असॉल्ट की बात नहीं कही गई थी। दूसरी ओर अंजलि की दोस्त निधि के बयानों का पीड़िता के परिवार ने खंडन किया है।
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